आगरा में ग्रामीणों का सड़क निर्माण को लेकर हंगामा, मंत्री और ADA के खिलाफ नारेबाजी

 सड़क निर्माण को लेकर
प्रदर्शन करते ग्रामीण 

आगरा के नौनाना जाट ग्राम पंचायत और इसके आसपास की दर्जनों कॉलोनियों के निवासियों का गुस्सा आखिरकार फुट पड़ा| लगातार खराब सड़कों और मूलभूत सुविधाओं के अभाव से परेशान होकर ग्रामीणों ने स्वामी धाम चौराहे पर जमकर प्रदर्शन किया| ग्रामीणों ने न सिर्फ नारेबारी की, बल्कि कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य, स्थानीय जनप्रतिनिधियों और आगरा विकास प्राधिकरण ( ADA ) के खिलाफ नाराजगी भी जाहिर की| 

मंत्री तीन साल से गांव नहीं आई, विकास ठप 

प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे समाजसेवी नरेंद्र सिंह चाहर ने बताया कि मंत्री बेबी रानी मौर्य पिछले तीन वर्षों से गांव नहीं आई है| न तो उन्होंने यहां कोई विकास कार्य कराया और ना ही जनता की समस्याओं पर ध्यान दिया| ग्रामीणों का आरोप है कि सरकार और प्रतिनिधि केबल चुनावो के समय नजर आते है, उसके बाद आम जनता को उनके हाल पर छोड़ दिया जाता है| 

बरसात में सड़कें बनती है दलदल, दुर्घटनाओं का खतरा 

ग्रामीणों का कहना है कि बारिश के मौसम में सड़कों पर गहरे गड्ढे और कीचड़ भर जाता है| इससे न सिर्फ वाहन चालकों को परेशानी होती है, बल्कि कई बार लोग गिरकर घायल भी हो चुके है| ग्रामीण क्षेत्र में आधा दर्जन से ज्यादा कॉलोनियां ADA से अप्रूव है, लेकिन सड़क और ड्रेनेज जैसी सुविधाओं का अभाव है| 

कई बार ज्ञापन देने के बावजूद नहीं हुई सुनवाई 

मेहताब सिंह चाहर ने बताया कि गांव के लोगों ने कई बार संसद, विधायक और ADA को ज्ञापन सौंपा| सड़क निर्माण, नाली सफाई और बिजली की समस्या को लेकर प्रशासन से अपील की गई, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई| ADA द्वारा प्लॉट बेचे गए लेकिन बुनियादी सुविधाओं पर ध्यान नहीं दिया गया|

रोड नहीं तो वोट नहीं के नारों से गूंजा चौराहा 

प्रदर्शन में दर्जनों ग्रामीण शामिल हुए, जिनके हाथों में "रोड नहीं तो वोट नहीं","मंत्री मुर्दाबाद","ADA जवाब दो" जैसे नारे लिखी तख्तियां थी| प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जब तक सड़क नहीं बनेगी, वे चुनावों का बहिष्कार करेंगे| 

ग्रामीणों की मुख्य मांगे 

1. नैनाना जाट को नेहर बाईपास से जोड़ने वाली मुख्य सड़क का निर्माण तुरंत किया जाए|
2. कॉलोनियों में ड्रेनेज, लाइट और जल निकासी की व्यवस्था की जाए|
3. ADA को निर्देश दिया जाए कि वह अप्रूव कॉलोनियों में बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित करे|
4. जनप्रतिनिधि गांव में आकर स्थिति का मुआयना करे और समाधान सुनिश्चित करे|

कोई सरकारी प्रतिक्रिया नहीं 

प्रदर्शन के बाद भी प्रशासन या मंत्री कार्यालय की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है| इससे ग्रामीणों में और भी नाराजगी बद्री है| लोगो ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ, तो वे प्रशासनिक कार्यालयों का घेराव करेंगे और अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेंगे| 

प्रदर्शन में दिखा एकजुटता का संदेश 

प्रदर्शन में न सिर्फ पुरुष, बल्कि बड़ी संख्या में महिलाएं, बुजुर्ग और युवा भी शामिल हुए| सबने एक साथ प्रशासन के खिलाफ आवाज उठाई| इससे स्पष्ट है कि अब जनता सिर्फ आश्वासनों से संतुष्ट नहीं होगी, बल्कि ठोस विकास कार्य की मांग कर रही है| 

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