आगरा में यमुना खतरे के निशान से ऊपर, ताजमहल के पीछे तक पानी

यमुना का जलस्तर फिर बढ़ा, प्रशासन अलर्ट

आगरा में यमुना नदी एक बार फिर उफान पर है| लागतार हो रही बारिश और बैराज से छोड़े गए पानी के चलते नदी का जलस्तर खतरे की चेतावनी के निशान को पार कर गया है| रविवार तक जलस्तर 496.1 फीट दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान से 1.1 फीट ऊपर है| इस बढ़ते पानी ने ताजमहल के पीछे बने पार्क और घाटों को डुबो दिया है| 

प्रशासन ने यमुना किनारे रहने वाले लोगों को अलर्ट जारी किया है| नगर निगम ने सभी घाटों के पास निगरानी बढ़ा दी है और कर्मचारी 24 घंटे तैनात कर दिए गए है| 

ताजमहल के पीछे तक पहुंचा यमुना नदी का पानी, खतरे का निशान पार

ताजमहल के पीछे तक पहुंचा पानी 

ताजमहल के पिछले हिस्से में स्थित मेहताब बाग और पार्क तक यमुना का पानी पहुंच गया है| ताजमहल के चारों ओर सुरक्षा बलों और प्रशासन की टीम लागतार हालात पर नजर रखे हुए है| सीढ़ियों और घाटों पर पानी भरने से आवाजाही पूरी तरह रोक दी गई है| 

स्थानीय निवासियों का कहना है कि हर साल बरसात के दिनों में यमुना इस तरह का खतरा बनाती है, लेकिन इस बार जलस्तर सामान्य से काफी तेजी से बढ़ रहा है| 

पहाड़ों पर बारिश का असर 

दिल्ली, हरियाणा और उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बारिश का असर अब यमुना नदी के मैदानी इलाकों पर साफ दिखने लगा है| दिल्ली के ओखला बैराज से 55 हजार क्यूसेक और मथुरा के गोकुल बैराज से 97 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया| इसके अलावा शनिवार को गोकुल बैराज से 90 हजार क्यूसेक अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के बाद स्थिति और बिगड़ गई| 

इसी का नतीजा है कि आगरा में यमुना का जलस्तर तेजी से ऊपर गया और खतरे की सीमा को पार का गया| 

प्रभावित इलाके और बाढ़ का खतरा 

आगरा की तहसील सदर के कई गांव और बस्तियां अब बाढ़ की चपेट में आ सकती है| जिन क्षेत्रों पर सबसे ज्यादा खतरा मंडरा रहा है, उनमें शामिल है: 

. तनेरा, कैलाश, स्वामी बाग, नगला बूढ़ी, अमर विहार, दयालबाग, मोती महल, कटरा वजीर खां, रामबाग बस्ती, अप्सरा टॉकीज, यमुना किनारा रोड, वेद दान मंदिर से किला तक का इलाका| 

इसके अलावा फतेहाबाद तहसील के गांव जैसे भरा पूर, बमरौली, ईदगाह, भड़ायना, भिविकलां, गुड़ा मेवली, हिमायपुर आदि पर भी बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है| 

कैलाश घाट की सीढ़ियां डूबों 

आगरा का प्रमुख धार्मिक स्थल कैलाश मंदिर घाट बाढ़ की चपेट में आ गया है| यहां घाट की सभी सीढ़ियां पानी में डूब चुकी है| प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से नदी की ओर जाने वाले रास्तों पर बैरिकेडिंग कर दी है| स्थानीय भत्तों का कहना है कि सावन के महीने में कैलाश मंदिर पर विशेष भीड़ रहती है| लेकिन इस बार बढ़े हुए जलस्तर के कारण श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुंचने में परेशानी हो रही है| 

प्रशासन की तैयारियां और अलर्ट 

नदी किनारे बसे लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है| जिला प्रशासन और नगर निगम के अधिकारी लागतार हालात पर नजर बनाए हुए है| 

. सभी घाटों पर नियम करचारियों की तैनाती 
. बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण 
. प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने की तैयारी 
. राहत और बचाव टीम 24 घंटे अलर्ट पर
.
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे यमुना किनारे न जाएं और अफवाहों पर ध्यान न दें| 

नियंत्रण कक्ष ( Control Room ) के नंबर 

बाढ़ से संबंधित किसी भी समस्या या आपात स्थिति के लिए जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष 24 घंटे संचालित है| 

. फोन नंबर: 0562 - 2260550
. मोबाइल: 09458095419

इन नंबरों पर कॉल करके लोग मदद और जानकारी ले सकते है| 

विशेषज्ञों की राय 

जल विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले 48 घंटे बेहद अहम होंगे| अगर पहाड़ों में बारिश का सिलसिला जारी रहा तो यमुना का जलस्तर और ऊपर जा सकता है| इससे आगरा के कई निचले इलाके पानी में डूब सकते है| 

स्थानीय लोगों की चिंता 

यमुना किनारे रहने वाले परिवार आपने घरों को सुरक्षित करने में जुटे हुए है| कुछ लोग सामान को ऊंचाई पर रख रहे है तो कुछ आपने पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे है| निवासियों का कहना है कि अगर प्रशासन समय रहते राहत की व्यवस्था नहीं करता तो हालात और बिगड़ सकते है| 

आगरा में अगले 48 घंटे में मौसम का हाल 

आगरा में पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश का असर अब और तेज होने वाला है| मौसम विभाग ( IMD ) के अनुसार, आने वाले 48 घंटों में लगातार बारिश और गरज-चमक के साथ भरी वर्षा की संभावना है| सोमवार और मंगलवार को दिन-रात बारिश के दौर चलते रहेंगे, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है| 


आगरा में यमुना का जलस्तर खतरे की चेतावनी के निशान से ऊपर पहुंच चुका है| ताजमहल के पीछे का पार्क और कैलाश घाट की सीढ़ियां डूब चुकी है| प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है और लोगो से अपील की है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें| 

यदि बारिश का सिलसिला जारी रहा तो आने वाले दिनों में हालात और गंभीर हो सकते है| फिलहाल प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और लगातार निगरानी कर रहा है| 



Sita Sharma

स्वतंत्र लेखिका और ब्लॉगर लोकल न्यूज, मौसम अपडेट और ट्रेडिंग खबरों पर लिखना पसंद करती हैं

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