इस कार्रवाई में गुफा मॉडल शॉप, श्याम जी स्टेशनर्स और द साइन नानक तीन प्रतिष्ठानों को शामिल किया गया| जांच में पता चला कि इन फर्मों ने करोड़ों रूपये के लेन-देन में गड़बड़ी की है| GST टीम ने मौके पर ही दस्तावेजों की जांच की और भारी कर वसूली भी की|
पहला मामला: गुफा मॉडल शॉप छापेमारी
सबसे पहले जीएसटी विभाग ने संजय प्लेस स्थित गुफा मॉडल शॉप पर छापा मारा| आरोप था कि यह दुकान बिना जीएसटी रजिस्ट्रेशन और बिना वैध बिल जारी किए सामान बेच रही है| जांच के दौरान टीम को कई कच्चे बिल और बेहिसाब बिक्री के सबूत मिले|
विभागीय सूत्रों के अनुसार, इस फर्म ने पिछले वर्ष निर्धारित सीमा से तीन गुना अधिक बिक्री की थी| जबकि इसका वार्षिक कारोबार 1.13 करोड़ रूपये से अधिक पाया गया| मगर इतनी बड़ी बिक्री के बावजूद सही ढंग से टैक्स जमा नहीं किया गया|
दूसरा मामला: श्याम जी स्टेशनर्स में करोड़ों का अंतर
इसके बाद जीएसटी विभाग की टीम ने श्याम जी स्टेशनर्स की जांच की| छापेमारी के दौरान टीम ने दुकान के अकाउंट्स और मौके पर मौजूद स्टॉक का मिलान किया| इसमें करीब 1.31 करोड़ रूपये का अंतर सामने आया| यानी दुकान के खातों में जो स्टॉक दिखाया गया था, वह मौके पर मौजूद माल से मेल नहीं खाता| इसे टैक्स चोरी का बड़ा मामला मानते हुए विभाग ने तुरंत कार्रवाई की| दुकान मालिक ने मौके पर ही 15 लाख रूपये का टैक्स जमा किया|
तीसरा मामला: द साइन में 25 लाख रूपये का स्टॉक में अंतर
टीम ने इसी परिवार की एक और फर्म द साइन की जांच की| यहां भी विभाग को गड़बड़ी मिली| लगभग 25 लाख रूपये का स्टॉक अंतर पकड़ा गया| इसके आधार पर 5.5 लाख रूपये का टैक्स जमा कराया गया| विभाग का कहना है कि सिर्फ शुरुआती जांच है, आगे और भी दस्तावेजों और लेन-देन का सत्यापन किया जाएगा|
जीएसटी विभाग की सख्त निगरानी
GST विभाग ने साफ कहा है कि अब किसी भी फर्म को टैक्स चोरी करने का मौका नहीं दिया जाएगा| विभाग लगातार संदिग्ध फर्मों और व्यापारियों पर नजर रख रहा है| खासतौर पर बड़े बाजारों और स्टेशनरी, मॉडल शॉप, गारमेंट्स जैसी दुकानों पर विशेष जांच अभियान चलाए जा रहे है|
Agra GST News से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी ने बताया
"हमारी टीम हर उस व्यापारी की जांच कर रही है जो टैक्स चोरी में शामिल पाया जाता है| आगरा जैसे बड़े शहर में लाखों रूपये की टैक्स चोरी होना सरकार के राजस्व को नुकसान पहुंचता है|"
आगरा के व्यापारियों में हड़कंप
इस कार्रवाई के बाद आगरा के व्यापारियों में हड़कंप मचा हुआ है| कई दुकानदार अब अपने अकाउंट्स और स्टॉक का मिलान सही ढंग से करने में जुट गए है ताकि उन पर भी विभाग की नजर न पड़े| संजय प्लेस और अन्य मार्केट्स में इस कार्रवाई की खूब चर्चा है| लोग कह रहे है कि जिन दुकानों पर छापा पड़ा है, वे लंबे समय से बिना सही बिलिंग के कारोबार कर रही थी|
क्या कहते है कर विशेषज्ञ
टैक्स विशेषज्ञों का कहना है कि कई व्यापारी ज्यादा बिक्री होने के बावजूद असली आंकड़े छुपाते है| वे नकली या अधूरे बिल बनाकर सरकार को टैक्स देने से बचते है|
एक टैक्स कंसल्टेंट का कहना है
"अगर कोई दुकान सही समय पर जीएसटी रिटर्न दाखिल नहीं करती या कच्चे बिलों से व्यापार करती है, तो यह टैक्स चोरी की श्रेणी में आता है| विभाग अब ऐसे मामलों पर तेजी से कार्रवाई कर रहा है|"
सरकार को करोड़ों का नुकसान
अगर सही तरीके से हिसाब लगाया जाए तो सिर्फ इन तीन दुकानों से ही सरकार को करोड़ों रूपये का नुकसान हुआ है| Agra GST Raid की यह कार्रवाई दिखाती है कि छोटे स्तर पर भी व्यापारी किस तरह से बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी कर सकते है|
निष्कर्ष
आगरा में जीएसटी विभाग की छापेमारी ने यह साफ कर दिया है कि टैक्स चोरी करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा| गुफा मॉडल शॉप, श्याम जी स्टेशनर्स और द साइन जैसी दुकानों से टैक्स चोरी के बड़े मामले सामने आए है| इस कार्रवाई से अन्य व्यापारियों को भी चेतावनी मिल गई है कि वे अपने लेन-देन को पारदर्शी रखें और समय पर टैक्स जमा करें| विभाग की जांच अभी जारी है और आने वाले दिनों में और भी फर्मों पर कार्रवाई हो सकती है|