आगरा के इरादत नगर में पुल धंसा, आवाजाही बंद, लोग जान जोखिम में डालकर कर रहे पार
आगरा। यूपी के आगरा जिले में बड़ा हादसा टल गया, जब इरादत नगर कस्बे के पास पीडब्ल्यूडी का पुराना पुल अचानक धंस गया। पुल के दोनों स्लैब में करीब एक फुट का बड़ा अंतर आ गया, जिससे आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई। पुलिस ने फौरन कार्रवाई करते हुए पुल पर बैरिकेडिंग कर दी और भारी वाहनों के लिए मार्ग बंद कर दिया गया। इसके बावजूद लोग अपनी जान जोखिम में डालकर पैदल पुल पार कर रहे हैं।
1963 में बना था पुल, 1972 में भी क्षतिग्रस्त हुआ था
जानकारी के मुताबिक, इस पुल का निर्माण वर्ष 1963 में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुआ था। यह पुल आगरा से फतेहाबाद, सैंया, ग्वालियर, कानपुर, इटावा और आसपास के कई बड़े शहरों को जोड़ता है। 1972 में आई भयंकर बाढ़ में भी यह पुल क्षतिग्रस्त हो गया था, लेकिन उसकी मरम्मत कर दी गई थी।
अब एक बार फिर पुल के स्लैब में एक फुट का अंतर आने से खतरा बढ़ गया है। स्थानीय लोग दहशत में हैं और बड़ी दुर्घटना की आशंका जता रहे हैं।
प्रभावित हुआ आगरा-कानपुर-इटावा मार्ग
इस पुल के क्षतिग्रस्त होने से आगरा-कानपुर-इटावा राष्ट्रीय राजमार्ग भी प्रभावित हो गया है। हजारों वाहन प्रतिदिन इसी मार्ग से होकर गुजरते हैं। फतेहाबाद, सैंया, ग्वालियर, इटावा और अन्य शहरों के लिए यह पुल महत्वपूर्ण कड़ी है।
लोगों का कहना है कि पुल बंद होने से वैकल्पिक मार्ग काफी दूर हैं, जिससे रोजमर्रा के यात्रियों और व्यापारियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बैरिकेडिंग कर पुलिस ने बंद किया मार्ग
पुलिस ने हादसे को देखते हुए पुल पर बैरिकेडिंग कर दी है। दोनों तरफ रस्सियां बांध दी गई हैं ताकि कोई वाहन पुल पर न चढ़ सके। बाइक, कार, बड़े वाहन पुल पार नहीं कर पा रहे हैं। पुलिस कर्मी मौके पर तैनात हैं और लोगों को पुल पार करने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं।
जान जोखिम में डालकर पैदल पार कर रहे लोग
पुल पर भले ही वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई हो, लेकिन आम लोग मजबूरी में जान जोखिम में डालकर पैदल ही पुल पार कर रहे हैं। महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों के साथ लोग सामान सिर पर उठाकर पुल पार कर रहे हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पुल पूरी तरह जर्जर हो चुका है और कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
हर दिन गुजरते हैं करीब 10 हजार लोग
बताया जाता है कि इस पुल से हर दिन करीब 10 हजार लोग और सैकड़ों वाहन गुजरते हैं। पुल के धंसने से हजारों लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो रही है। यातायात बाधित होने से आसपास के इलाकों में भी जाम की स्थिति बनी हुई है।
लोगों में रोष, पीडब्ल्यूडी पर लापरवाही का आरोप
स्थानीय नागरिकों ने पीडब्ल्यूडी विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि पुल की हालत पहले से खराब थी, लेकिन विभाग ने मरम्मत के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए। नतीजा यह हुआ कि पुल में बड़ा दरार आ गया और आवाजाही पर संकट खड़ा हो गया।
लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि पुल की जल्द से जल्द मरम्मत कराई जाए ताकि बड़ी दुर्घटना न हो।
ट्रैफिक जाम से बढ़ी मुसीबत
पुल बंद होने से दोनों तरफ लंबा जाम लग गया है। कई किलोमीटर तक वाहन फंसे हैं। बाइक और छोटे वाहन वैकल्पिक रास्तों से निकल रहे हैं, लेकिन भारी वाहन पूरी तरह फंसे हुए हैं। ग्रामीण भी ट्रैफिक व्यवस्था में सहयोग कर रहे हैं, लेकिन हालात सामान्य नहीं हो पा रहे हैं।
निष्कर्ष
आगरा का इरादत नगर पुल अब लोगों की जान पर बन आया है। अगर समय रहते प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की, तो कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है। प्रशासन को चाहिए कि तत्काल पुल की मरम्मत कराए और लोगों के लिए वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था सुनिश्चित करे।