आगरा में 3 दिन का स्ट्रीट लाइट जांच अभियान, दोषी ठेकेदार होंगे ब्लैकलिस्ट

नगर निगम का 3 दिन का विशेष अभियान: खराब स्ट्रीट लाइट मिलने पर ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट किया जाएगा

आगरा में सड़क सुरक्षा और नागरिकों की सुविधा को बढ़ाने के लिए नगर निगम ने एक कड़ा कदम उठाया है। हाल के दिनों में शहर के कई इलाकों में खराब स्ट्रीट लाइटें मिलने की शिकायतें बढ़ने लगी हैं, जिससे लोगों को रात के समय चलने-फिरने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। इसी समस्या को लेकर नगर निगम ने आज से तीन दिन का विशेष अभियान शुरू किया है। इस अभियान में नगर निगम की टीम पूरे शहर में जाकर स्ट्रीट लाइटों की स्थिति की जांच करेगी। खराब या दोषपूर्ण स्ट्रीट लाइट मिलने पर संबंधित ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट किया जाएगा।



खराब स्ट्रीट लाइट: अगरा की सड़कों पर बढ़ती समस्या

आगरा जैसे ऐतिहासिक और तेजी से बढ़ते शहर में सड़क सुरक्षा और रोशनी बेहद महत्वपूर्ण है। खराब स्ट्रीट लाइटों के कारण न केवल अंधेरा बढ़ता है, बल्कि अपराध के मामले भी बढ़ सकते हैं। खासकर उन इलाकों में जहां रात में भी भारी आवाजाही रहती है, स्ट्रीट लाइटें सही तरीके से काम करना जरूरी हैं।

नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि खराब स्ट्रीट लाइटों से निपटना अब उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि स्ट्रीट लाइटों की सही देखभाल न होने से नागरिकों की सुरक्षा खतरे में पड़ती है। इसलिए यह तीन दिन का अभियान शुरू किया जा रहा है ताकि दोषी ठेकेदारों को सख्त कार्रवाई के तहत ब्लैकलिस्ट किया जा सके।

तीन दिन का विशेष अभियान: जांच और कार्रवाई की रूपरेखा

नगर निगम की टीम शहर के हर वार्ड में जाकर स्ट्रीट लाइटों का निरीक्षण करेगी। जांच में निम्न बिंदुओं पर खास ध्यान दिया जाएगा:

  • लाइटों का सही काम करना और रोशनी का स्तर
  • विद्युत कनेक्शन और वायरिंग की स्थिति
  • खराब लाइटों की संख्या और उनकी मरम्मत की जरूरत
  • ठेकेदारों द्वारा इस्तेमाल की गई सामग्री की गुणवत्ता

जांच के बाद, जो भी ठेकेदार खराब या घटिया गुणवत्ता वाली सामग्री उपयोग करते पाए जाएंगे, उन्हें ब्लैकलिस्ट किया जाएगा। ब्लैकलिस्टिंग का मतलब है कि भविष्य में उन्हें नगर निगम से कोई भी ठेका नहीं मिलेगा।

जनता की भूमिका और शिकायत प्रक्रिया



नगर निगम ने जनता से भी अपील की है कि वे अपने इलाके की खराब स्ट्रीट लाइटों की जानकारी तुरंत नगर निगम को दें। शिकायतें आप ऑनलाइन पोर्टल, मोबाइल ऐप या नगर निगम के हेल्पलाइन नंबर पर दर्ज करवा सकते हैं।

इस पहल से नगर निगम को यह जानने में मदद मिलेगी कि किस इलाके में सबसे ज्यादा समस्या है और उसे प्राथमिकता से ठीक किया जाए। साथ ही, इससे लोगों में भी जागरूकता बढ़ेगी कि वे अपनी सुरक्षा के लिए जिम्मेदार बनें।

ठेकेदारों के लिए कड़ा संदेश

नगर निगम ने साफ किया है कि दोषपूर्ण काम करने वाले ठेकेदारों को कोई छूट नहीं दी जाएगी। ब्लैकलिंटिंग की प्रक्रिया से नगर निगम की पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ेगी। यह कदम ठेकेदारों को गुणवत्ता पर ध्यान देने और समय पर मरम्मत कराने के लिए प्रेरित करेगा।

क्यों जरूरी है स्ट्रीट लाइटों की सही देखभाल?



सड़क सुरक्षा का पहला कदम होता है सही और पर्याप्त रोशनी। स्ट्रीट लाइटें रात के अंधकार को दूर करके दुर्घटनाओं और अपराधों को रोकने में मदद करती हैं। अगरा जैसे पर्यटन स्थल और व्यस्त शहर में यह और भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाता है।

अगर स्ट्रीट लाइटें ठीक से काम नहीं कर रही हैं, तो लोगों को न केवल असुविधा होती है बल्कि उनके जीवन और संपत्ति पर भी खतरा मंडराता है। इसलिए नगर निगम की यह पहल बेहद जरूरी है।

निष्कर्ष: बेहतर अगरा के लिए जिम्मेदारी सभी की

नगर निगम का यह तीन दिन का विशेष अभियान नागरिकों के लिए बेहतर और सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। खराब स्ट्रीट लाइट मिलने पर ठेकेदारों की कड़ी जांच और ब्लैकलिस्टिंग से भविष्य में गुणवत्ता पर जोर दिया जाएगा।

आप भी अपने इलाके में खराब स्ट्रीट लाइट की सूचना देकर इस अभियान का हिस्सा बन सकते हैं। आइए, मिलकर अगरा को एक सुरक्षित और रोशन शहर बनाएं।


Today News Daily Dalna by 

मनोज शर्मा 

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