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| आगरा पुलिस चौराहे पर चेकिंग |
आगरा ट्रैफिक पुलिस अभियान: कहाँ-कहाँ चला अभियान
पुलिस ने भगवान टॉकीज चौराहा, क्लब चौराहा, सेंट जॉन्स चौराहा, रामबाग चौराहा, टेडी बगिया चौराहा और सिकंदरा तिराहे पर व्यापक चेकिंग की| टी आई दुष्यंत कुमार राणा, टीएसआई सुरेन्द्र सिंह यादव, प्रवीण कुमार, नासिर अली, टी आई प्राणीथ शुक्ला और अन्य अधिकारियों की टीम ने दो हिस्सों में अभियान चलाया|
पहला अभियान - मोबाइल पर बात करते हुए चलान
भगवान टॉकीज, क्लब और सेंट जॉन्स चौराहों पर मोबाइल फोन का उपयोग करते हुए वाहन चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई| पुलिस ने ऐसे 55 वाहन चालकों के चालान काटे और 4 वाहनों को मौके पर सीज कर लिया| अधिकारियों ने बताया कि मोबाइल का इस्तेमाल करते हुए गाड़ी चलाना न केवल अवैध है, बल्कि इससे सड़क हादसों का खतरा भी बढ़ता है|
दूसरा अभियान - मॉडिफाइड साइलेंसर और काली फिल्म वाले वाहन
रामबाग, टेढ़ी बगिया और सिकंदरा क्षेत्रों में मॉडिफाइड साइलेंसर और ब्लॉक फिल्म लगे वाहनों के खिलाफ सख्ती दिखाई गई| इस दौरान पुलिस ने 35 वाहन चालकों के चालान काटे और 5 वाहनों को मौके पर सीज किया| पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मॉडिफाइड साइलेंसर के कारण ध्वनि प्रदूषण बढ़ता है और यह कानूनन अपराध है, जैकी काली फिल्म लगाना सुरक्षा दृष्टि से गंभीर खतरा पैदा करता है|
क्यों जरूरी था अभियान?
डीसीपी ट्रैफिक ने बताया कि आगरा जैसे बड़े और पर्यटन स्थल वाले शहर में यातायात नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है| मोबाइल पर बात करते हुए गाली चलाने से हादसों की आशंका कई गुना बढ़ जाती है| वहीं मॉडिफाइड साइलेंसर से उत्पन्न शोर और काली फिल्म से पुलिस को वाहन की पहचान में दिक्कत होती है, जिससे आपराधिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिल सकता है| यही वजह है कि ऐसे वाहनों पर विशेष अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है|
कानून का सख्त प्रावधान
मोटर व्हीकल एक्ट के तहत मोबाइल पर बात करते हुए गाड़ी चलाने पर रु 1000 से रु 5000 तक का चालान और लाइसेंस सस्पेंड तक की कार्रवाई हो सकती है| वहीं मॉडिफाइड साइलेंसर और काली फिल्म के लिए भी रु 1000 से रु 2000 तक के जुर्माने का प्रावधान है| सीज किए गए वाहनों को चालकों को कोर्ट के आदेश के बाद ही छोड़ा जाएगा|
आगरा ट्रैफिक ताजा खबर लोगों से अपील
पुलिस ने आगरा के नागरिकों से अपील की है कि यातायात नियमों का पालन करें और सुरक्षित तरीके से वाहन चलाएं| अभियान का उद्देश्य लोगों को परेशान करना नहीं, बल्कि जागरूक करना है सड़क सुरक्षा को बेहतर बनाया जा सके|
आगे भी जारी रहेगा अभियान
डीसीपी ट्रैफिक ने स्पष्ट किया कि यह अभियान भविष्य में भी जारी रहेगा| मॉडिफाइड साइलेंसर और काली फिल्म लगाने वाले वाहन चालकों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जाएगी| साथ ही, ट्रैफिक पुलिस ने लोगों से नियमों का पालन कर सड़क सुरक्षा में योगदान देने की अपील की है|
ट्रैफिक पुलिस की सख्ती से मिली सराहना
शहर के नागरिकों ने इस अभियान का स्वागत किया है| लोगों का कहना है कि मॉडिफाइड साइलेंसर से होने वाला धनी प्रदूषण न केवल बच्चों और बुजुर्गों के लिए हानिकारक है, बल्कि इसकी वजह से सड़क दुर्घनाओं का भी खतरा बढ़ जाता है| लोगों ने ट्रैफिक पुलिस की इस सख्ती को सराहा और उम्मीद जताई कि इससे शहर में यातायात व्यवस्था में सुधार होगा|
इस अभियान से लोगों क्या सीख मिली?
1. मोबाइल पर बात करते हुए गाड़ी चलाना ख़रातनाक है
ड्राइविंग के दौरान मोबाइल फोन का इस्तेमाल ध्यान भटका देता है, जिससे हादसे का खतरा कई गुना बढ़ जाता है| यह न सिर्फ आपके लिए, बल्कि दूसरों के लिए भी जानलेवा साबित हो सकता है|
2. यातायात नियमों का पालन जरूरी है
नियम तोड़ने से चालान और जुर्माना तो लगता ही है, साथ ही सड़क पर दुर्घटना की संभावना भी बढ़ जाती है| इसलिए नियमों का पालन कर खुद और दूसरों को सुरक्षित रखें|
पुलिस का उद्देश्य परेशान करना नहीं, बलि सुरक्षा सुनिश्चित करना है
यह कार्रवाई लोगों को नियमों के प्रति जागरूक करने और सड़क सुरक्षा सुधारने के लिए की जा रही है, ताकि सभी यात्री सुरक्षित रह सकें|
कुल मिलाकर सीख यही है
यातायात नियमों का पालन करे, ट्रैफिक पुलिस का सहयोग करें, और सुरक्षित तरीके से वाहन चलाए| ऐसा करने ही हम सभी अपनी और दूसरों की जान बचा सकते है और शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बना सकते है|
चालान न भरने पर कानूनी कार्रवाई
जब किसी बहन चालक का चालान होता है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई के तहत कुछ खास कदम उठाए जाते है ये कार्रवाई मोटर अधिनियम के अनुसार होती है
चालान का जुर्माना भरना पड़ता है
चालान काटने के बाद तय जुर्माने की राशि जमा करनी होती है| जुर्माना ऑनलाइन ( परिवहन विभाग की वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर ) या ट्रैफिक पुलिस ऑफिस में जाकर भरा जा सकता है| अगर समय पर जुर्माना नहीं भरा तो कोर्ट में पेश होना पड़ सकता है|
चालान की रसीद मिलती है
पुलिस चालान काटने के बाद आइके उसकी एक कॉपी देती है या मोबाइल पर SMS भेजा जाता है, जिसमें चालान नंबर, तारीख और जुर्माने की जानकारी रहती है|
लाइसेंस सस्पेंड या रद्द हो सकता है
लंबे समय तक चलान जमा न करने पर ट्रैफिक पुलिस ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित करने या रद्द करने की कार्रवाई भी कर सकती है|
कोर्ट में केस चल सकता है
आगरा जुर्माना नहीं भरा गया या उल्लंघन गंभीर है, तो कोर्ट में मामला दर्ज होता है और सजा या अतिरित जुर्माना भी लग सकता है|
वाहन सीज किया जा सकता है
अगर चालान बहुत पुराना हो गया और जुर्माना नहीं भरा, तो पुलिस चेकिंग के दौरान आपका वाहन जब्त कर सकती है| वाहन तभी छोड़ा जाएगा जब बकाया चालान और अन्य चार्जेस जमा किए जाएंगे
ब्याज या लेट फीस लग सकती
कई राज्यों में समय पर चालान न भरते पर लेट फीस या पेनल्टी जुड जाती है, जिससे कुल जुर्माना और बढ़ जाता है|
ट्रैफिक हिस्ट्री पर खराब असर
अगर आपका चालान पेडिंग रहता है तो ट्रैफिक पुलिस के रिकॉर्ड में आपका नाम नियम उल्लंघन करने वालों की लिस्ट में जुड़ जाता है, जिससे भविष्य में और भी सख्त कार्रवाई हो सकती है|
