आगरा यूनिवर्सिटी की बीएड परीक्षा 2025 के दौरान आरबीएस कॉलेज में फ्लाइंग स्क्वायड ने छापा मार|3 छात्राएं नकल करते हुए पकड़ी गई| जानें पूरी खबर और प्रशासन की कार्रवाई|
आगरा, 24 मई 2025 — डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय (आगरा यूनिवर्सिटी) द्वारा आयोजित बीएड परीक्षा 2025 में आरबीएस कॉलेज, आगरा में नकल का बड़ा मामला सामने आया है। शनिवार को परीक्षा के दौरान विश्वविद्यालय की फ्लाइंग स्क्वायड टीम ने अचानक छापेमारी की और तीन छात्राओं को नकल करते हुए रंगे हाथों पकड़ा।
परीक्षा केंद्र पर हुई इस कार्रवाई ने छात्रों और प्रशासन दोनों को हैरान कर दिया। फ्लाइंग टीम द्वारा पकड़ी गई छात्राओं में दो मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रही थीं, जबकि एक छात्रा अपने साथ नकल सामग्री (चिट) लेकर आई थी।
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एबीएस कॉलेज में फ्लाइंग स्क्वायड की छापामारी |
कैसे हुआ खुलासा?
परीक्षा की शुरुआत सामान्य रूप से हुई, लेकिन कुछ देर बाद ही विश्वविद्यालय की फ्लाइंग स्क्वायड टीम केंद्र पर पहुंची। नियमित जांच के दौरान तीन छात्राएं टीम के संदेह के घेरे में आईं। गहन तलाशी में यह स्पष्ट हुआ कि छात्राएं परीक्षा के नियमों का उल्लंघन कर रही थीं।
छात्राओं के पास से मिले मोबाइल और नकल पर्चियों को जब्त कर लिया गया। टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए उन्हें परीक्षा से निष्कासित कर दिया और उनके खिलाफ विश्वविद्यालय अधिनियम के तहत केस दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
परीक्षा नियंत्रक ने कहा, “विश्वविद्यालय किसी भी प्रकार की अनुचित गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेगा। जो छात्राएं नकल करते पकड़ी गई हैं, उन्हें न सिर्फ वर्तमान परीक्षा से बाहर किया गया है, बल्कि उनके खिलाफ अनुशासनात्मक जांच भी शुरू की जा रही है।”
इस घटना के बाद सभी केंद्रों पर अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। परीक्षा की शुचिता बनाए रखने के लिए फ्लाइंग स्क्वायड की संख्या और निरीक्षणों में वृद्धि की जाएगी।
पहले भी हो चुकी हैं नकल की घटनाएं
यह पहली बार नहीं है कि आगरा यूनिवर्सिटी की परीक्षा प्रणाली पर सवाल उठे हों। कुछ सप्ताह पूर्व आनंदी देवी इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन में भी नकल की शिकायतों के चलते विश्वविद्यालय ने परीक्षा रद्द कर दी थी। बार-बार हो रही इन घटनाओं से यह स्पष्ट है कि परीक्षा केंद्रों की निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ करने की जरूरत है।
छात्राएं किस कॉलेज से थीं?
हालांकि छात्राएं आरबीएस कॉलेज में परीक्षा दे रही थीं, परंतु यह अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है कि वे इसी कॉलेज की छात्राएं थीं या किसी अन्य संबद्ध कॉलेज की। विश्वविद्यालय ने इस पर जांच के आदेश दिए हैं। यह सामान्य प्रक्रिया है कि बीएड परीक्षाएं विभिन्न कॉलेजों को परीक्षा केंद्र बनाकर आयोजित की जाती हैं, इसलिए छात्रों का सेंटर दूसरे कॉलेज में हो सकता है।
शिक्षा व्यवस्था पर सवाल
लगातार सामने आ रही नकल की घटनाएं यह बताती हैं कि परीक्षा प्रणाली में कई स्तरों पर खामियां हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि तकनीकी निगरानी, जैसे सीसीटीवी कैमरा, मोबाइल जैमर और बायोमेट्रिक उपस्थिति जैसी व्यवस्थाएं लागू कर इन घटनाओं को रोका जा सकता है।
साथ ही यह भी जरूरी है कि छात्रों को नैतिक शिक्षा दी जाए ताकि वे परीक्षा को मेहनत और ईमानदारी से देने की प्रेरणा प्राप्त करें।
निष्कर्ष
आरबीएस कॉलेज में हुई इस घटना ने एक बार फिर यह साबित किया है कि शिक्षा प्रणाली को सिर्फ पाठ्यक्रम और परीक्षाओं तक सीमित न रखकर उसमें नैतिकता और अनुशासन को भी शामिल करना होगा। नकल जैसी घटनाएं न केवल शिक्षा की साख को नुकसान पहुंचाती हैं बल्कि मेहनती छात्रों के लिए भी यह एक अन्याय है।
विश्वविद्यालय प्रशासन को चाहिए कि वह तकनीकी और मानव संसाधन दोनों स्तरों पर अपनी निगरानी प्रणाली को और सख्त बनाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं पर पूरी तरह से अंकुश लगाया जा सके।
Newz Daily Dalna Team by
Manoj sharma