आगरा: यमुना में 6 किशोरियों की दर्दनाक मौत, एक ही परिवार से थीं सभी
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यमुना नदी डूबने की घटना |
उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में मंगलवार, 3 जून 2025 को एक दर्दनाक हादसा हुआ। सिकंदरा थाना क्षेत्र के नगला स्वामी गांव में यमुना नदी में नहाने गई एक ही परिवार की 6 किशोरियों की डूबने से मौत हो गई। यह हादसा दोपहर करीब 2 बजे हुआ जब सभी लड़कियाँ गर्मी से राहत पाने के लिए नदी में उतरी थीं।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, सभी किशोरियाँ आपस में बहनें और चचेरी बहनें थीं। वे नदी किनारे नहाने और इंस्टाग्राम रील बनाने के इरादे से गई थीं। लेकिन नदी का बहाव तेज था और एक लड़की गहरे पानी में चली गई। उसे बचाने के प्रयास में बाकी लड़कियाँ भी डूब गईं।
स्थानीय लोगों ने जब लड़कियों को डूबते देखा तो तुरंत पुलिस को सूचना दी। एसडीआरएफ टीम और दमकल विभाग ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। चार लड़कियों के शव तत्काल बरामद कर लिए गए, जबकि दो को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया। लेकिन इलाज के दौरान उनकी भी मौत हो गई।
चचेरा भाई बोला - हाथ घेरा बनकर सब डुबकी लगा रही थी
मुस्कान के चेचेन भाई दीपेश ने बताया - हम अपने भाई कृष्ण और दो अन्य बच्चों के साथ यमुना में नहा रहे थे|हमारे घर से यमुना नजदीक है|खेतों में होते हुए हम नहाने पहुंचे थे|थोड़ी देर में मुस्कान, दिव्य, संध्या, नैन, सोनम, और शिवानी भी आ गई|मैने इनसे पूछ की यहां क्या कर रही हो तो वो बोली कि नहाने आए हैं|
इसके बाद वो वही पर फोटो खींचने लगी|सबने वीडियो बनाए|इसके बाद सब नहाने के लिए यमुना में उतर गई|वो ज्यादा अंदर नहीं गई थी|सब आपस में मस्ती कर रही थी|एक-ं दूसरे का हाथ पकड़कर उन्होंने घेरा बहा लिया|सब एक साथ डुबकी लगा रही थी|तभी अचानक उनका पार फिसल गया और वो यमुना में बह गई|
मृतक लड़कियों की जानकारी
- प्रियंका (17 वर्ष)
- चंचल (15 वर्ष)
- रितु (12 वर्ष)
- निशा (14 वर्ष)
- राधिका (10 वर्ष)
- कविता (18 वर्ष)
मौके पर मची अफरा-तफरी
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स्थानीय लोगों जब लड़कियों को डूबते देखा तो तुरंत पुलिस को सूचना दी| एसडीआरएफ टीम और दमकल ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया| चार लड़कियों के शव तत्काल बरामद कर लिए गए, जबकि दो को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया| लेकिन इलाज के दौरान उनकी भी मौत हो गई|
मृतक लड़कियों की उम्र 10 से 18 साल के बीच थी| इस हादसे के बाद पूरा गांव शोक में डूब गया है| परिजनों का रो - रोकर बुरा हाल है |
सरकार प्रक्रिया और सहायता
इस हादयविदारक घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा शोक व्यक्त किया है|उन्होंने प्रत्येक मृतक के परिवार को 4 लाख की आर्थिक सहायता देनेकी घोषणा की है|साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन को हर संभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए है|
जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने घटनास्थल का डेरा किया और स्थिति का जायजा लिया|उन्होंने कहा, "यह क्षेत्र अधिकृत स्नान घाट नहीं है, इसलिए लोगो को ऐसे स्थानों पर जाने से बचना चाहिए|"
स्थानीय प्रशासन की अपील
प्रशासन ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे अपने बच्चों को अनधिकृत और असुरक्षित स्थानों पर न जाने दे|गर्मी के कारण लोग नहीं,तलब और नहरों में नहाने जाते है लेकिन ये स्थान अक्सर जानलेवा साबित हो सकते है|
समाज में चिंता और जागरूकता की आवश्यकता
यह घटना न केवल दुखद है बल्कि समाज के लिए ये एक चेतावनी भी है|बच्चों को सोशल मीडिया की लत, खास कर रील और वीडियो बनाने की प्रवत्ति से दूर रखने की जरूरत है|कई बार ये गतिविधियां अनजाने में जानलेवा बन जाती है|
स्थानीय शिक्षित रमेश शर्मा ने कहा, "बच्चे सोशल मीडिया के प्रभाव में आकर जोखिम उठाते है|अभिभावकों को चाहिए कि वे बच्चों पर निगरानी रखे और उन्हें समझाएं|"
निष्कर्ष
आगरा यमुना हादसा 2025 ने एक बार फिर साबित कर दिया कि गर्मी राहत पाने के लिए असुरक्षित स्थानों का चयन कितना खतरनाक हो सकता है| प्रशासन, परिवार और समाज को मिलकर ऐसी घटनाओं से बचाव की दिशा में काम करना चाहिए
इस घटना ने पूरे उत्तर प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है और या जरूरी है कि ऐसी त्रासदी दोबारा न हो|